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आज कल जो रास्तों में तुम मिले
बातें ना हो पर नज़रे ये सब कहें
आखें तेरी नहीं पाती छुपा
चुपके से जो तुम मुझको ताके
बिखरे बिखरे नज़रों तले
हाँ मुझको ये है पता
तुम हो मेरे इश्क़ के रेहबरा
और ये दिल तेरा हो चला
तेरे नाम में ही हूँ फ़ना
हाँ हाँ, देखो आखों में तुम ज़रा
महफ़ूज़ रखी तेरी हर अदा
और माँगू रब से ये दुआ
मुझे तू ही तू मिले हर दफ़ा
जो तू ना मिल पाये तो नज़ा
बयाँ ना कर सकुंगी मैं वफ़ा
मुझे तू ही तू मिले हर दफ़ा
जो तू ना मिल पाये तो नज़ा
बयाँ ना कर सकुंगी मैं वफ़ा
पिया, ओ पिया
कभी मेरी नज़रो से
तुम खुदको
तलाशो ज़रा
हाँ, तलाशो ज़रा
कभी जो वक़्त मिले
तो हमको
मिलने आओ ज़रा
मिलने आओ ज़रा
फिर हम तुम बेह चले
हवाओं में
है इश्क़ जो बिखरा ये
फ़िज़ाओं में
जहाँ में हूँ तेरा
कहानी के हर
लफ़्ज़ में
बस तेरा ही तो
ज़िक्र किया
है ना ओ पिया
ओ पिया
ओ पिया
मुझे तू ही तू मिले हर दफ़ा
जो तू ना मिल पाये तो नज़ा
बयाँ ना कर सकूँगा मैं वफ़ा
मुझे तू ही तू मिले हर दफ़ा
जो तू ना मिल पाये तो नज़ा
बयाँ ना कर सकुंगी मैं वफ़ा