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गेंदा के तोरण द्वारे सजाओ
(गेंदा के तोरण द्वारे सजाओ)
(शुभ दिन आयो सखी, मंगल गाओ)
(शुभ दिन आयो सखी, मंगल गाओ)
(गेंदा के तोरण द्वारे सजाओ)
♪
मेरी हथेलियाँ मेहँदी की लाली
सखियाँ गाई हैं सुहाग
सात वचन के, सात भँवर के
बाद खुलेंगे मेरे भाग
आज पिया जी लेके जा रहे हैं
डोली मेरी अपने साथ-साथ
हो, छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाई के
(छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाई के)
नैना मिलाई के, मोरे, नैनों में अई के
नैना मिलाई के, मोरे, नैनों में अई के
अपने ही रंग, रंग दीनी रे मोसे नैना मिलाई के
(छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाई के)
♪
शहनाइयों से गूँज रहा है
मेरे घर-आँगन में बिहाग
हल्दी से सोने जैसे हुआ तन
भर दे सिंदूरी मेरी माँग
रंग ही रंग हैं चहुँदिश मेरे
आया अब के जाड़ों में है फाग
हो, छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाई के
(छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाई के)
नैना मिलाई के
नैना
नैना मिलाई के मोरे
नैनों में अई के
नैना मिलाई के मोरे
नैना में अई के
अपने ही रंग, रंग दीनी रे मोसे नैना मिलाई के
(छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाई के)
♪
(स-स, स-स, स-स)
(स-स, स-स, स-स)
हर रंग में, हर ढंग में तू
हर पल मेरे संग-संग में तू, हर रंग में तू
बाहर भी तू, भीतर भी तू
रग-रग में तू, कण-कण में तू, हर रंग में तू
हो, तन-मन की मोरी सुद-बुद है छीनी मोसे
तन-मन की मोरी सुद-बुद है छीनी
काहे बलम दीवाना कर दीनी मोहे?
काहे बलम दीवाना कर दीनी?
छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाई के
छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नैना मिलाई के
नैना मिलाई के, मोसे नैना मिलाई के