Kajal - Munawar Faruqui

Kajal

Munawar Faruqui

00:00

02:41

Similar recommendations

Lyric

ये दूरियाँ बढ़ाते हो

पास ना बुलाते हो

सफ़र का अब मज़ा नहीं

ना काँधे पे तुम सुलाते हो

ये फ़ासलों की दीवारों से

देखो मुझे दरारों से

पुकारती वो तितलियाँ

चल फ़िर चलें बहारों में

आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम

आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम

चलें कहीं, चले कहीं हम

खोएँ तारों की महफ़िल में

आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम

आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम

चलें कहीं, चले कहीं हम

खोएँ तारों की महफ़िल में

झूठ मेरे माफ़ कर

मैं हूँ यहीं, तू बात कर

मैं सुन रहा शिकायतें

मैं बदलूँगा आदतें

सजा के तुझको मैं रख लूँगा

कड़वे सच को मैं चख लूँगा

लगी नज़र इस दुनिया की

काजल अपने साथ

लाओ हुज़ूर, लाओ हुज़ूर तुम

आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम

चलें कहीं, चले कहीं हम

खोएँ तारों की महफ़िल में

आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम

आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर तुम

चलें कहीं, चले कहीं हम

खोएँ तारों की महफ़िल में

आओ हुज़ूर, आओ हुज़ूर

आओ हुज़ूर, आ भी जाओ, हुज़ूर

चलें कहीं, चलें कहीं

तारों की महफ़िल में

- It's already the end -