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‘और भला क्या माँगूं मैं रब से’ पंजक उधास द्वारा गाया गया एक भावपूर्ण गीत है। इस गीत में भक्तिभाव और ईश्वर के प्रति आभार व्यक्त किया गया है, जहां जीवन की साधारण खुशियों के लिए भगवान से संतोष की कामना की गई है। पंजक उधास अपनी मधुर आवाज़ और सजीव प्रस्तुति के लिए प्रसिद्ध हैं, जिन्होंने इस गीत के माध्यम से श्रोताओं के दिलों में विशेष स्थान बनाया है। यह गीत आत्मा को शांति और सुकून प्रदान करता है, और आध्यात्मिक संगीत प्रेमियों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है।
और भला क्या माँगूँ मैं रब से?
मुझे तेरा प्यार मिला
और भला क्या माँगूँ मैं रब से?
मुझे तेरा प्यार मिला
सब कुछ पा लिया एक तुझे पा के
बेचैन दिल को क़रार मिला
और भला क्या माँगूँ मैं रब से?
मुझे तेरा प्यार मिला
हो, मुझे तेरा प्यार मिला
♪
अपनी वफ़ाओं का गुल खिला है, जानम
कितना हसीन ये सिलसिला है, जानम
तेरे लिए ही जीवन मिला है, जानम
दिल की दुआओं का ये सिला है, जानम
ओ, जन्मों मैंने माँगीं मुरादें
तब ऐसा दिलदार मिला
और भला क्या माँगूँ मैं रब से?
मुझे तेरा प्यार मिला
ओ, मुझे तेरा प्यार मिला
♪
तेरे क़दम ज़मीं पे पड़ें ना, साथी
मैं दिल बिछा दूँ, काँटे गड़ें ना, साथी
करते रहोगे, साथी, जो प्यार ऐसे
मुझको लगेंगे काँटे भी फूल जैसे
हो, तू जो गई इन राहों से होके
पतझड़ भी गुलज़ार मिला
और भला क्या माँगूँ मैं रब से?
मुझे तेरा प्यार मिला
हो, मुझे तेरा प्यार मिला
♪
चाहा तुझे ही, मैंने की तेरी पूजा
तेरे सिवा ना मेरा ख़ुदा है दूजा
हो, तेरा ही नाम लेके मुझे है जीना
होंगे जुदा, ओ, साथी, मेरे कभी ना
ओ, तू जो मिला तो ऐसा लगा
कि सपनों का संसार मिला
और भला क्या माँगूँ मैं रब से?
मुझे तेरा प्यार मिला
सब कुछ पा लिया एक तुझे पा के
बेचैन दिल को क़रार मिला
और भला क्या माँगूँ मैं रब से?
मुझे तेरा प्यार मिला
हो, मुझे तेरा प्यार मिला
ओ, मुझे तेरा प्यार मिला