00:00
03:58
"नीदऱ" डिनो जेम्स का एक नवीनतम हिंदी गाना है जो उनके अनूठे रैप और बोलों के लिए जाना जाता है। इस गीत में जीवन की जटिलताओं और व्यक्तिगत संघर्षों को गहराई से चित्रित किया गया है, जो सुनने वालों को गहरे अनुभव प्रदान करता है। डिनो जेम्स की सुरम्य धुनों और संवेदनशील लिरिक्स ने "नीदऱ" को संगीत प्रेमियों के बीच लोकप्रिय बना दिया है। यह गाना उनके संगीत कैरियर में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है और सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा में है।
कभी घर से, सबके डर से ख़ुद से लड़ते रहता था जी-भर
मेरे versus था Dino James काफ़ी अरसे से छुपा भीतर
झगड़ा काफ़ी, टूटे काँची, मेरा दुश्मन था वो या teacher?
हो गया राज़ी, बन गया साथी, जब से बाग़ी बन गया और निडर
कभी घर से, सबके डर से ख़ुद से लड़ते रहता था जी-भर
मेरे versus था Dino James काफ़ी अरसे से छुपा भीतर
झगड़ा काफ़ी, टूटे काँची, मेरा दुश्मन था वो या teacher?
हो गया राज़ी, बन गया साथी, जब से बाग़ी बन गया और निडर
डर के बैठा हुआ था मैं भैया बिन दिशा की नाव में
और खींची चली जा रही थी गहरी नदी बहाव में
धरती नहीं थी पाँव में, पूरी life लगी थी दाँव में
चिल्ला रहा था बस loud मैं, खोया रहता था crowd में
ताने नज़र आते थे लोगों के हर सुझाव में
मेरा माथा था तनाव में, बस रहता था दबाव में
फ़िर भी लेकर चलने लगा अपने सारे घाव मैं
फ़िर लड़ना naturally आ गया मेरे स्वभाव में
था तेरे जैसा दोस्त मैं, हार मान लेता था सोच में
Negative था approach में, पर कभी ना थमा
फ़िर लेके सारा बोझ मैं, चला मैं खुद के खोज में
फ़िर खुद का बना coach मैं, फ़िर संग था ये जहाँ
रहता था बस pain में, करता था माँ और बहन मैं
बस करता था complain मैं, फ़िर एक दिन बोला, "बस"
अंगारों में था trained मैं, छुड़ा के सारे chain मैं
फ़िर train से सीधा plane में, Dino को दी शिकस्त
जो मैं आज कर रहा हूँ वो सालों पहले ही कर लेता
लाख कहते थे कि बड़े सपनों से डरने का
थक-थक शक से मैं भर के था घर बैठा
करता क्या? Dino साला खुद मेरे versus था
घर से, सबके डर से ख़ुद से लड़ते रहता था जी-भर
मेरे versus था Dino James काफ़ी अरसे से छुपा भीतर
झगड़ा काफ़ी, टूटे काँची, मेरा दुश्मन था वो या teacher?
हो गया राज़ी, बन गया साथी, जब से बाग़ी बन गया और निडर
बस खेल रहा था मैं blind, फ़िर ना left देखा, ना right
आँख बंद कर अंधी-गहरी खाई में लगा दी मैंने dive
अबे, "खोलो ना तुम दरवाज़ा," पर आया नहीं reply
और जो frustration में बोला, आज वो बन गया मेरा style
फ़िर दिल की आवाज़ सुनी सबने बिना कोई mic
Now I'm ready for the flight, and I'm ready for the fight
सारे comment, सारे like मुझे करने लगे guide
सारे आ गए मेरी मदद को फ़िर, शिव, अल्लाह और Christ
और फ़िर छोड़ा लड़ना weak होके, बढ़ा मैं पागल, freak होके
संग भागा फ़िर मैं चीतों के, यहाँ हारोगे, पर जीतोगे
मरे ego से तुम चीखोगे, आँखों से पानी leak होके
उन छींटों से जब लिखोगे, फ़िर तुम ही तुम बस दिखोगे
पड़ा था जैसे piece of meat, रोता था बस तीसों दिन
तूफ़ाँ के था मैं बीचों-बीच, बचा लो ना बे, please, oh, please
अबे, उठो सालों, सींचो बीज, तक़लीफ़ें डालो क़िस्सों में
डर हैं ये सारे शीशों के, बढ़ो ख़ुद से कह के, "It's okay"
तुम सोच भी नहीं सकते, कितना हुआ हूँ विफल, bro
कोस भी नहीं सकता अपने last के विकल्प को
वो सीढ़ी चढ़ने लगा धीरे-धीरे से शिखर को
सब होने लगा, बना जैसे ही निडर, bro
कभी घर से, सबके डर से ख़ुद से लड़ते रहता था जी-भर
मेरे versus था Dino James काफ़ी अरसे से छुपा भीतर
झगड़ा काफ़ी, टूटे काँची, मेरा दुश्मन था वो या teacher?
हो गया राज़ी, बन गया साथी, जब से बाग़ी बन गया और निडर
कुछ भी हो रुकने का नहीं, अब कुछ भी हो झुकने का नहीं
कुछ भी हो रुकने का नहीं, अब कुछ भी हो झुकने का नहीं
कुछ भी हो रुकने का नहीं, अब कुछ भी हो झुकने का नहीं
कुछ भी हो रुकने का नहीं, अब कुछ भी हो झुकने का नहीं
कुछ भी हो रुकने का नहीं, अब कुछ भी हो झुकने का नहीं
कुछ भी हो रुकने का नहीं, अब कुछ भी हो झुकने का नहीं